बजट घोषणा ने किया, पाकिट पर बंबार्ड
सत्तर का है लिफाफा, लिख सकते हो कार्ड
लिख सकते हो कार्ड, बंद हो चिट्ठी कैसे
अंतर्देशी पत्र, दीजिए पचास पैसे
धन्य-धन्य सरकार, डाक पर डाला डाका
काकी को कैसे भेजें लवलैटर काका।
पोपुलर मेरठी, सागर खय्यामी, रहत इन्दोरी, काका हाथरसी, हुल्लड़ मुरादाबादी, शैल चतुर्वेदी, ॐ प्रकाश आदित्य, सुरेन्द्र शर्मा , अशोक चक्रधर, प्रदीप चौबे की हास्य व्यंग रचनाए और कविताए|
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