पॉपुलर मेरठी - २

अजब नहीं है जो तुक्का भी तीर हो जाए
पते जो दूध तो फिर वोह पनीर हो जाए
मवालियों को न देखा करो हिकारत से
न जाने कौन सा गुंडा वजीर हो जाए

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